पंजाब में नवरात्रि का उत्सव
नवरात्रि हिंदू धर्म का एक प्रमुख पर्व है, जो हर साल दो बार मनाया जाता है – एक शरद ऋतु में और एक चैत्र मास में। यह पर्व नौ दिनों तक चलता है, इस दैरान माँ दुर्गा की पूजा अर्चना का विशेष महत्व होता है। नवरात्रि का पर्व विशेष रूप से भारत में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है।
पूरे भारत में माँ दुर्गा के मंदिरों को दुल्हन की तरह फूलों से सजाया जाता है। लोग दूर-दूर से मंदिरों में माँ के दर्शनों के लिए पहुँचते है और अपनी मनोकामनाएं मांगते है। माना जाता है कि सच्चे दिल से की गयी प्रार्थना माँ ज़रूर पूरी करती है। ऐसे में माँ दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए कई लोग पूरे 9 दिनों तक व्रत करते है और केवल एक वक्त रात को भोजन करते हैं।
माँ दुर्गा के नौ रूप
नवरात्रि में माँ दुर्गा के नौ रूपों की पूजा होती है। हर दिन एक अलग रूप की पूजा की जाती है, और इन रूपों के माध्यम से भक्तों को अपनी आत्मा की शुद्धि, मानसिक शांति और जीवन में हर प्रकार के संकटों से उभरने का मार्ग मिलता है :
- माँ शैलपुत्री – पहले दिन माँ शैलपुत्री की पूजा होती है, जो शक्ति की पहली देवी मानी जाती हैं।
- माँ ब्रह्मचारिणी – दूसरे दिन ब्रह्मचारिणी देवी की पूजा होती है, जो तप और साधना की देवी हैं।
- माँ चन्द्रघंटा – तीसरे दिन चन्द्रघंटा देवी की पूजा होती है, जो शांति और समृद्धि की देवी मानी जाती हैं।
- माँ कुष्मांडा – चौथे दिन कुष्मांडा देवी की पूजा होती है, जो सृष्टि की रचनाकार हैं।
- माँ स्कंदमाता – पाँचवे दिन स्कंदमाता की पूजा होती है, जो भगवान कार्तिकेय की माता हैं।
- माँ कात्यायनी – छठे दिन कात्यायनी देवी की पूजा होती है, जो बुराई का नाश करने वाली हैं।
- माँ कालरात्रि – सातवें दिन कालरात्रि देवी की पूजा होती है, जो नकारात्मक शक्तियों का संहार करती हैं।
- माँ महागौरी – आठवें दिन माँ महागौरी की पूजा होती है, जो शुद्धता और नीतिमत्ता की देवी हैं।
- माँ सिद्धिदात्री – नौवें दिन सिद्धिदात्री देवी की पूजा होती है, जो सभी सिद्धियाँ देने वाली हैं।
पंजाब में नवरात्रि का महत्व
पंजाब एक धर्म निरपेक्ष राज्य है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान सभी धर्मों का सम्मान करते है। यहाँ पर बैसाखी, ईद, गुरुपर्व, क्रिसमस और नवरात्री सारे त्यौहार धूमधाम से मनाए जाते है। पंजाब में कई ऐसे मंदिर है जहाँ पर नवरात्री का त्यौहार मनाया जाता है। वहीँ कुछ प्रमुख मंदिरों में नवरात्रि महोत्सव की विशेष पूजा और आयोजनों का आयोजन होता है।
- काली देवी मंदिर, पटियाला – पटियाला के प्रसिद्ध श्री काली देवी मंदिर में भी नवरात्रि का त्यौहार बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। हर साल असली फूलों से मां का दरबार महक उठता है। इस साल मंदिर में दुर्गा पूजा को लेकर भी विशेष इंतजाम किए गए हैं, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो। श्री काली देवी जी का मंदिर करीब 86 वर्ष पुराना हो चला है। यहां पर केवल पंजाब ही नहीं बल्कि देशभर से भक्त माथा टेकने पहुंचते हैं। नवरात्रि में यहां लाखों की संख्या में भक्त नतमस्तक होते हैं। मान्यता है कि मंदिर में प्रवेश मात्र से ही भक्तों के दुखों का नाश होना शुरू हो जाता है।
- श्री देवी तालाब मंदिर, जालंधर – यह मंदिर पंजाब के जालंधर शहर में स्थित है और नवरात्रि के दौरान यहाँ विशेष पूजा और आयोजन होते हैं। यहाँ लाखों श्रद्धालु देवी दुर्गा की पूजा करने आते हैं।
- श्री नवरात्रा देवी मंदिर, नकोदर – यह मंदिर जालंधर जिले में स्थित है और नवरात्रि के दौरान यहाँ विशेष भव्य उत्सव होते हैं। मंदिर में हर साल भारी संख्या में भक्त आते हैं और यहाँ देवी दुर्गा की पूजा करते हैं।
- श्री गीता भवन मंदिर, अमृतसर – अमृतसर में स्थित यह मंदिर नवरात्रि के दौरान विशेष आयोजन करता है। यहाँ पर शक्ति पूजा, भजन कीर्तन और आरती का आयोजन किया जाता है।
- श्री छिंडा देवी मंदिर, अमृतसर – यह भी एक प्रसिद्ध मंदिर है जहां नवरात्रि के दौरान विशेष पूजा और आयोजन होते हैं। यहां श्रद्धालु देवी की उपासना करते हैं और मां के आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए पूजा करते हैं।
इन मंदिरों में नवरात्रि के दौरान विशेष पूजा-अर्चना, देवी की आरती, भजन-कीर्तन और रात्रि जागरण का आयोजन होता है। यहाँ आकर लोग माँ दुर्गा की आराधना करते हैं और आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। पंजाब में सभी धर्मों का एक समान आदर किया जाता है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान सभी धर्मों को एक साथ लेकर आगे लेकर चलते है। ताकि सभी लोगो का विकास किया जा सके।
पंजाब सरकार सभी को नवरात्रि के त्यौहार की शुभकामनाएँ देती है।